महिला सक्षम सम्मान (Mahila Saksham Samman)

Mahila Saksham Samman ग्रामीण महिलाओं के लिए सक्षमता से सफलता

गुंजन राजस्थान के राजस्थान के बारां जिले के केलवाड़ा ब्लॉक की एक युवती है जो समुदाय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में अपने क्षेत्र में गरीब समुदायों की सेवा करने का काम करती है ऐसे लोग जो महंगी चिकित्सा उपचारों के  खर्च का बोझ नहीं उठा सकते हैं उनके लिए समुदाय स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैयार करने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया था जिसमें गुंजन ने भाग लिया और अब उसें नर्सिंग प्रवेश परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर नर्सिंग कोर्स में दाखिला ले लिया है. गुंजन जैसी कई लड़कियां भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जो रीड इंडिया संस्था के दक्षता कार्यक्रम में शामिल होती हैं और सामुदायिक पुस्तकालयों और संसाधन केंद्रों में अपनी आगे की शिक्षा जारी रखती हैं जहां उन्हें समुदाय के साथ भागीदारी, संलग्नता और सामूहिक स्वामित्व के गुण सीखने को मिलते हैं।

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रीड इंडिया द्वारा स्थापित इन सामुदायिक पुस्तकालयों में ग्रामीण महिलाओं को स्वास्थ्य कार्यकर्ता, नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण, बेसिक और एडवांस कंप्यूटर कोर्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग, सौंदर्य और स्वास्थ्य आदि विभिन्न कौशलों पर प्रशिक्षण दिया जाता है। ये सभी प्रशिक्षण एक अच्छे वातावरण कराए जाते हैं जिनसे बहुत कम समय में दक्षता आ जा जाती है. (Mahila Saksham Samman)

Mahila Saksham Samman
Mahila Saksham Samman

रीड इंडिया (Mahila Saksham Samman)

रीड इंडिया के द्वारा पूरे भारत वर्ष से ऐसी महिलाओं को एकत्र किया गया जिन्होंने अपने स्वयम के सशक्तिकरण से अपनी राह बनाई है और औरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन कर उभरी हैं. उन्हें 10 मार्च 2023 को दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में संगोष्ठी के दौरान उनके अपने अनुभव बताने का अवसर दिया गया और उन्हें सक्षम सम्मान प्रदान किये किए गए। ग्रामीण महिलाओं द्वारा साझा की गई अविश्वसनीय कहानियों से संगोष्ठी में मौजूद सभी प्रतिभागी भी बहुत प्रभावित हुए।

समारोह की अध्यक्षता (Mahila Saksham Samman)

इस समारोह की अध्यक्षता डॉ. शशांका अला, आईएएस, स्पेशल सेक्रेटरी, पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट, दिल्ली राज्य सरकार द्वारा की गई I अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि महिलाएं घर और कार्यस्थल दोनों में अनेक जिम्मेदारियों को संभाल सकती हैं, लेकिन महिलाओं को अपने अंतर्मन में शांति बनाए रखना चाहिए और हमेशा पॉजिटिव माहौल बनाए रखना चाहिए। उन्हें अपने परिवार का समर्थन करना चाहिए और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करनी चाहिए।

डॉ गीता मल्होत्रा, कंट्री हेड, रीड इंडिया ने कहा कि रीड संस्था  समुदायों को जोड़ने और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सशक्त बनाने में विश्वास रखती हैं और महिलाओं के योगदान को समान साझेदार के रूप में मानती है. रीड संस्था सभी के सहयोग के साथ कार्य करती है और हमारे सभी कार्यक्रमों में पूरे समुदाय की आवश्यकताओं के अनुरूप महिलाओं को साथ लेकर कार्यक्रम चलाए जाते हैं  

“क्या आधुनिक तकनीक  पुस्तकों को हटा  सकती है ?” और “ग्रामीण विकास में तकनीक  की भूमिका” जैसे सत्रों के अलावा, गैर-लाभकारी संगठनों के माध्यम कॉर्पोरेट सेक्टर के योगदान पर चर्चा हुई। गांवों में गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए पुस्तकालयों की महत्वपूर्ण भूमिका का विचार चर्चा का मुख्य केंद्र रहा।

नवाचार माध्यम से खेती का प्रबंधन (Mahila Saksham Samman)

किसानों को रीड इंडिया कम्युनिटी लाइब्रेरी और रिसोर्स सेंटर से जोड़ने वाले एक विशेषज्ञ,  कमलजीत द्वारा किसानों के नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई जो उनकी खेती का प्रबंधन करने में मदद करते हैं और उन्हें अपनी फसलों को बचाने के लिए सही समय पर सही फैसले लेने की सलाह देते हैं I इस कार्यक्रम में लगभग 60 ग्रामीण महिलाओं ने अपनी सशक्तिकरण की यात्रा सभी के साथ साँझा की इनमें से कुछ महिलायें तो अपने जीवन में पहली बार ही दिल्ली आई थी I

वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, पूर्व निदेशक, सामाजिक विकास विशेषज्ञ, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुस्तकालय और विभिन्न दूतावासों के देश के प्रतिनिधियों ने समुदाय को आगे रखकर इन प्रयासों को गाँव स्तर तक जोड़ने की सराहना की। रीड इंडिया ने अपने 54 सामुदायिक पुस्तकालय और संसाधन केंद्रों के माध्यम से पांच लाख  ग्रामीण समुदायों की जिंदगियों में बदलाव किया है और इन  महिलाओं को सशक्त करके उनके खुद के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए उनके कौशल का विकास करने में सहायता की है।

रीड इंडिया वर्ष  2007 से भारत में समाज के असहाय वर्गों के साथ काम करने वाली एक गैर लाभकारी संगठन है। रीड इंडिया  ने साक्षरता और शिक्षा के लिए पुस्तकालय; डिजिटल लर्निंग और स्किलिंग; जीविका; स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार जैसे विभिन्न कार्यक्रमों को डिजाइन किया है और इसके साथ पूर्ण विकास के लिए सॉफ्ट स्किल्स प्रदान करने के लिए पुस्तकालयों में व्यवस्थाएं बनाई हैं