हरियाणा में भाजपा की उल्टी गिनती शुरू! (Haryana Politics)

Haryana Politics कांग्रेस सत्ता की दहलीज पर

हरियाणा में भाजपा की खराब राजनीतिक हालातों को देखकर बीजेपी हाईकमान और संघ में बेचैनी बढ़ती जा रही है, क्योंकि हरियाणा और महाराष्ट्र से बीजेपी को काफी धन मुहैया होता है। ऐसे में हरियाणा बीजेपी के हाथ से जाने का मतलब होगा, कांग्रेस के हाथ में पैसा आना। इसी की सुगबुगाहट पिछले दिनों गृहमंत्री अमित शाह के हरियाणा के दौरे में झलक रही थी। उन्होंने प्रदेश में भाजपा के बिगड़ते गणित को सुधारने के लिए लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव करवाने का संकेत दिया था।

हरियाणा में कई पार्टी करवा रही हैं सर्वे (Haryana Politics)

हरियाणा में चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। पिछले दिनों जेजेपी ने सारथी नामक सर्वे कंपनी से पूरे हरियाणा का सर्वे करवाया था। कुछ दिनों पूर्व बीजेपी ने भी सर्वे करवाया है। मीनू बेनीवाल ऐलनाबाद में सर्वे करवा ही रहा है। कांग्रेस ने आदमपुर में करवाया था। सर्वे के मामले में बीजेपी एवं जेजेपी ज्यादा गंभीरता से काम करती हैं, वहीं आम आदमी पार्टी इंटरनल सिस्टम डेवलेप करके सर्वे कंपनियों का भी सहारा लेती हैं। जो कि रणनीति बनाने में काफी फायदा भी पहुंचाते हैं।

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वोट प्रतिशत और सीटों का गणित (Haryana Politics)

इनेलो को 2000 में 30% वोट के साथ 47 सीट, कांग्रेस को 31% वोट के साथ 21 सीट, बीजेपी को 9% वोट 6 सीट। अन्य को 30.23% के साथ 16 सीट

2005 में कांग्रेस को 42% के साथ 67 सीट, इनेलो को 27% वोट के साथ 9 सीट, बीजेपी को 10% वोट 2 सीट, अन्य को 20.16% के साथ 12

2009 में कांग्रेस को 35% के साथ 40 सीट, इनेलो को 26% वोट के साथ 31 सीट, बीजेपी को 9% वोट 4 सीट, अन्य को 30.8% के साथ 15 सीट

2014 में बीजेपी को 33% वोट 47 सीट, इनेलो को 24% वोट के साथ 19 सीट, कांग्रेस को 21% के साथ 15 सीट मिली थी। अन्य को 30.8% के साथ 15 सीट

2019 में बीजेपी को 36% वोट के साथ 40 सीट, कांग्रेस को 28% के साथ 31 सीट, इनेलो से अलग होकर दुष्यंत ने जेजेपी बनाई, जिसे 15% वोट के साथ 10 सीट व इनेलो को 2.5% वोट के साथ 1 सीट मिली थी।

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